लीज्ड लाइन क्या है, कैसे काम करता है, फायदे और नुकसान – (Leased Line Connection Kya Hai)

What Is Leased Line In Hindi: टेक्नोलॉजी के इस दौर में इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर (IPS) के पास यूजर के कंप्यूटर तक इंटरनेट एक्सेस देने के कई विकल्प हैं। लेकिन जब भी तेज गति और भरोसेमंद इंटरनेट कनेक्शन की बात आती है तो उसमें लीज्ड लाइन कनेक्शन का नाम जरूर आता है।

लेकिन क्या आप जानते हैं कि लीज्ड लाइन कनेक्शन क्या है, लीज्ड लाइन कैसे काम करता है, लीज्ड लाइन की विशेषताएं क्या हैं, लीज्ड लाइन के अनुप्रयोग, लीज्ड लाइन के फायदे और नुकसान क्या हैं।

यदि आप उपरोक्त प्रश्नों का उत्तर नहीं जानते हैं, तो इस लेख को अंत तक पढ़ें। हमें यकीन है कि इस लेख को पढ़ने के बाद आपको लीज्ड लाइन कनेक्शन के बारे में पर्याप्त जानकारी मिल जाएगी।

तो आपका ज्यादा समय न लेते हुए आज का यह आर्टिकल शुरू करते हैं और जानते हैं लीज्ड लाइन कनेक्शन क्या है –

लीज्ड लाइन कनेक्शन क्या है? (What Is Leased Line Connection In Hindi)

लीज्ड लाइन एक प्रकार का कनेक्शन लाइन है जो दो या दो से अधिक साइटों को जोड़ता है और यह फिक्स्ड लाइन इंटरनेट कनेक्शन होता है, यानी की इसमें डेटा फ्लो में कोई उतार-चढ़ाव नहीं होता है। कनेक्शन लेते समय से इंटरनेट की गति स्थिर रहती है। अगर कनेक्शन लेते समय 80 एमबीपीएस की स्पीड ली गई है तो एक्सपायरी डेट तक यह 80 एमबीपीएस की ही स्पीड देगा ।

यह भी ब्रॉडबैंड की तरह ही काम करता है, बस इनके काम करने का तरीका अलग होता है। जैसे ब्रॉडबैंड में कंपनी की एक ही केबल से कई यूजर्स को इंटरनेट मुहैया कराती है, लेकिन लीज्ड लाइन एक की कंपनी या यूजर की स्वयं की होती है। इसके रेंटल की बात करें तो इसमें मंथली या एनुअल रेंट चार्ज किया जाता है, जैसा यूजर को पसंद आता है, यह ब्रॉडबैंड या दूसरे कनेक्शन से महंगा होता है।

आमतौर पर लीज्ड लाइन कनेक्शन के लिए फाइबर केबल का इस्तेमाल किया जाता है। यह हाई स्पीड इंटरनेट के साथ यूजर को ज्यादा बैंडविथ मुहैया करवाता है।

लीज्ड लाइन कैसे काम करता है?

लीज्ड लाइन कनेक्शन वास्तव में सेवा प्रदाता और उपयोगकर्ता के बीच एक अनुबंध है जिसमें उपयोगकर्ता लीज पर इंटरनेट कनेक्शन लेता है। जैसा कि हम आपको ऊपर बता चुके हैं कि आमतौर पर लीज्ड लाइन कनेक्शन में फाइबर ऑप्टिक केबल का इस्तेमाल किया जाता है।

फाइबर ऑप्टिक केबल लाइट प्लसस को ट्रांसमिट करती है, इसमें ट्रांसमिट होने वाला डेटा लाइट की स्पीड से ट्रैवल करता है। सेवा प्रदाता उपयोगकर्ता की आवश्यकता के अनुसार एक निश्चित बैंडविड्थ और गति का कनेक्शन स्थापित कर देता हैं। कनेक्शन स्थापित होने के बाद, उपयोगकर्ता इंटरनेट का उपयोग कर सकता है।

लीज्ड लाइन के प्रकार (Types Of Leased Line in Hindi)

इसके तीन प्रकार होते हैं –

  • Fibre Leased Lines
  • DSL Leased Lines
  • MPLS Leased Lines

फाइबर लीज्ड लाइन्स (Fibre Leased Lines)

फाइबर लीज्ड लाइन एक ऐसी लाइन है जो फाइबर ऑप्टिक केबल पर प्रकाश भेजकर सममित डेटा कनेक्शन प्रदान करती है। इन लाइनों की गति अन्य लाइनों की तुलना में बहुत तेज होती है।

डीएसएल लीज्ड लाइन (DSL Leased Lines)

डीएसएल का पूरा नाम डिजिटल सब्सक्राइबर लाइन है। इन लाइनों का उपयोग कम बैंडविड्थ प्रदान करने के लिए किया जाता है। इस रेखा की गति ADSL से तेज है और यह सममित लाइन होती है।

एमपीएलएस लीज्ड लाइन (MPLS Leased Lines)

इसका पूरा नाम मल्टी-प्रोटोकॉल लेबल स्विचिंग है। यह डेटा ट्रांसफर करने के लिए उपयोग की जाने वाली एक लोकप्रिय लाइन है। इन लाइनों में लेबल का प्रयोग किया जाता है जिसके आधार पर यह निर्णय लिया जाता है कि सामान को कहाँ भेजना है। सरल शब्दों में लेबल के आधार पर ही सामान को एक स्थान से दूसरे स्थान में भेजा जाता है।

लीज्ड लाइन का उपयोग (Use Of Leased Line In Hindi)

लीज्ड लाइन का मुख्य रूप से कंपनियों में उपयोग किया जाता है, जहां हाई स्पीड डेटा की आवश्यकता होती है। आपने देखा होगा कंपनियों की कई शाखाएँ होती हैं, जो अलग-अलग जगहों पर स्थित होती हैं, इसलिए उन सभी को जोड़ने के लिए लीज्ड लाइन का उपयोग किया जाता है।

इसके साथ ही अगर कंपनियों को वीपीएन के जरिए किसी सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करना होता है तो इसके लिए भी लीज लाइन ली जाती है, ताकि इंटरनेट की स्पीड निरंतर समान बनी रहे और काम में कोई रुकावट न आए।

लीज्ड लाइन लेने का मुख्य कारण इसकी तेज और समान बनी रहने वाली गति है। इसके साथ ही इसमें ब्रेक डाउन भी बहुत कम होता है और ग्राहक सेवा भी सामान्य इंटरनेट कनेक्शन से बेहतर होती है।

लीज्ड लाइन के अनुप्रयोग (Leased Line Applications In Hindi)

लीज्ड लाइन का इस्तेमाल ज्यादातर कंपनी या बैंक में होता है। जैसे कि एक बैंक से उसकी ब्रांचेस को जोड़ने के लिए किया जाता है और कंपनी द्वारा लीज्ड लाइन लेने का सबसे बड़ा कारण इसकी उच्च और कांस्टेंट स्पीड है ताकि काम में कोई बाधा न आये और काम सुचारू रूप से चल सके और लीज्ड लाइन अच्छा कस्टमर सपोर्ट देता है।

लीज्ड लाइन कनेक्शन की विशेषताएं (Leased Line Features In Hindi)

लीज्ड लाइन कनेक्शन की मुख्य विशेषताएं निम्नलिखित हैं –

स्पीड – लीज्ड लाइन अच्छी स्पीड से इंटरनेट एक्सेस करने की सुविधा प्रदान करता है। सर्विस प्रोवाइडर के मुताबिक लीज्ड लाइन की स्पीड 10Gbps तक हो सकती है।

समान गति – लीज्ड लाइन कनेक्शन में डाउनलोड और अपलोड गति समान होती है।

कस्टमर सपोर्ट – सेवा प्रदाता लीज्ड लाइन कनेक्शनों में अच्छा सपोर्ट प्रदान करते हैं।

डेडिकेटेड बैंडविथ – लीज्ड लाइन कनेक्शन में डेडिकेटेड बैंडविथ उपलब्ध होता है, अर्थात आपको बैंडविड्थ को किसी और के साथ शेयर नहीं करना होता है।

भरोसेमंद प्रदर्शन – लीज्ड लाइन समाप्ति तिथि तक एक समान गति प्रदान करती हैं। परफॉर्मेंस को लेकर यूजर को ज्यादा परेशानी का सामना नहीं करना पड़ता है।

लीज्ड लाइन के लाभ (Benefits Of Leased Line In Hindi)

लीज्ड लाइन कनेक्शन के कुछ प्रमुख लाभ निम्नलिखित हैं –

  • लीज्ड लाइन की स्पीड अधिक होती है।
  • इसमें सिग्नल काफी स्ट्रांग होते है।
  • लीज्ड लाइन को किसी के साथ साझा नहीं करना पड़ता है जिससे इसकी गति तेज होती है।
  • कस्टमर सपोर्ट बहुत अच्छा है, सर्विस प्रोवाइडर किसी भी तरह की समस्या होने पर तुरंत मदद करता है।
  • इसमें डाउनलोड और अपलोड स्पीड समान होती है।
  • डेटा में उतार-चढ़ाव नहीं होता है।
  • अन्य इंटरनेट कनेक्शनों की तुलना में लीज्ड लाइनें अधिक सुरक्षित हैं।

लीज्ड लाइन के नुकसान (Disadvantages Of Leased Line In Hindi)

लीज्ड लाइन कनेक्शन में कई कमियां थीं, इसलिए इसकी जगह ब्रॉडबैंड और वायरलेस कनेक्शन ने ले ली है। लीज्ड लाइन के कुछ नुकसान निम्नलिखित हैं –

  • लीज्ड लाइन का सबसे बड़ा नुकसान यह है कि यह अन्य कनेक्शनों की तुलना में महंगा है।
  • लीज्ड लाइन लगाने में काफी समय लगता है।
  • इसकी स्थापना कठिन है।

भारत में सर्वश्रेष्ठ लीज्ड लाइन प्रदाता (Best Leased Line Provider In India In Hindi)

भारत में कुछ सर्वोत्तम लीज़्ड लाइन कंपनियाँ निम्नलिखित हैं –

  • एयरटेल
  • जियो
  • वोडाफ़ोन
  • रेलटेल आदि।

लीज्ड लाइन और ब्रॉडबैंड कनेक्शन के बीच अंतर

लीज्ड लाइन और ब्रॉडबैंड दोनों का उपयोग इंटरनेट तक पहुंचने के लिए किया जाता है, लेकिन लीज्ड लाइन और ब्रॉडबैंड कनेक्शन एक दूसरे के बिल्कुल विपरीत हैं। इन दोनों के बीच कुछ अंतर निम्नलिखित हैं –

  • लीज्ड लाइन में सिर्फ कनेक्शन लेने वाला ही पहुंच सकता है। ब्रॉडबैंड सेवा में एक साथ कई लोग इंटरनेट का उपयोग कर सकते हैं।
  • लीज्ड लाइन में स्पीड फिक्स होती है और बदलती नहीं है। ब्रॉडबैंड स्पीड बदलती रहती है।
  • लीज्ड लाइन का कनेक्शन वायर के माध्यम से होता है, इसमें फाइबर केबल का उपयोग किया जाता है। ब्रॉडबैंड कनेक्शन वायर-लेस है।
  • लीज्ड लाइन कनेक्शन अब बहुत कम उपयोग किए जाते हैं और महंगे हैं। ब्रॉडबैंड कनेक्शन का व्यापक रूप से उपयोग किया जाता है और यह सस्ता भी है।

FAQs

लीज्ड लाइन क्या है इन हिंदी?
लीज्ड लाइन एक प्रकार का कनेक्शन लाइन है जो दो या दो से अधिक साइटों को जोड़ता है और यह फिक्स्ड लाइन इंटरनेट कनेक्शन होता है, यानी की इसमें डेटा फ्लो में कोई उतार-चढ़ाव नहीं होता है।

लीज्ड लाइन कितने प्रकार के होते है?
लीज्ड लाइन तीन प्रकार होते है।

लीज्ड लाइन के प्रकार क्या है?
लीज्ड लाइन के प्रकार है – Fibre Leased Lines, DSL Leased Lines, MPLS Leased Lines.

लीज्ड लाइन कनेक्टिविटी क्या होता है?
लीज्ड लाइन कनेक्टिविटी या कनेक्शन एक प्रकार का हाई स्पीड इंटरनेट कनेक्शन है जो दो या दो से अधिक साइटों को जोड़ता है और इसकी गति स्थिर होती है।

लीज्ड लाइन की अधिकतम गति क्या है?
अलग-अलग सर्विस प्रोवाइडर्स के मुताबिक लीज्ड लाइन की स्पीड 2Mbps से लेकर अधिकतम 10Gbps तक होती है।

क्या लीज्ड लाइन में गति समान रहती है?
हां, लीज्ड लाइन की अपलोडिंग और डाउनलोडिंग स्पीड बराबर होती है।

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लेख के बारे में –

आज के इस लेख में हमने आपको लीज्ड लाइन कनेक्शन क्या है और यह कैसे काम करता है पूरी जानकारी बहुत ही सरल शब्दों में बताई है और साथ ही आपको लीज्ड लाइन कनेक्शन के फायदे और नुकसान की जानकारी भी दी है।

हमें पूरी उम्मीद है कि इस लेख को अंत तक पढ़ने के बाद आपको लीज्ड लाइन कनेक्शन अच्छे से समझ में आ गया होगा। अगर आपको इस लेख में दी गई जानकारी अच्छी लगी हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ सोशल मीडिया पर जरूर शेयर करें।

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