इंटरनेट क्या है, प्रकार, उपयोग, फायदे और नुकसान – (Internet Kya Hota Hai)

Internet Kya Hai In Hindi: इंटरनेट का उपयोग हम सभी दैनिक जीवन में करते हैं और आज इंटरनेट और कंप्यूटर मानव जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन गए हैं। इंटरनेट मानव सभ्यता की सबसे बड़ी खोजों में से एक है जिसने पूरी दुनिया को जोड़ा है।

आधुनिक समय में इंटरनेट का इतना ज्यादा इस्तेमाल हो रहा है लेकिन फिर भी बहुत से लोग यह नहीं जानते कि इंटरनेट क्या है। वे गूगल पर इंटरनेट से जुड़े हर तरह के सवालों के जवाब ढूंढते रहते हैं, जैसे कि इंटरनेट का मालिक कौन है, इंटरनेट की खोज किसने की, इंटरनेट कैसे काम करता है, इंटरनेट भारत में कब आया आदि।

हमने आपके सवालों के संतोषजनक जवाब देने के लिए यह लेख लिखा है। इस लेख में, हमने आपको इंटरनेट से संबंधित सभी जानकारी प्रदान करने का प्रयास किया है ताकि आपके मन में इंटरनेट से संबंधित सभी शंकाओं का समाधान हो सके।

इस लेख में आपको इंटरनेट क्या है, इंटरनेट का इतिहास, इंटरनेट की खोज किसने की, इंटरनेट के प्रकार, इंटरनेट के उपयोग, इंटरनेट की सेवाएं, इंटरनेट के फायदे और नुकसान जैसी बहुत सारी जानकारी के साथ आपके सवालों के जवाब मिलने वाले हैं।

इस लेख में आपको बहुत सारी जानकारी मिलने वाली है, इसलिए आप इस लेख को अंत तक अवश्य पढ़ें। तो चलिए आपका ज्यादा समय ना लेते हुए इस लेख को शुरू करते हैं और जानते हैं कि इंटरनेट क्या है –

इंटरनेट क्या है? (What Is Internet In Hindi)

इंटरनेट दो शब्दों इंटर और नेटवर्क से मिलकर बना है। जिसमें इंटर का मतलब एक दूसरे से जुड़ा हुआ होता है और नेटवर्क का मतलब जाल होता है। इंटरनेट एक नेटवर्क है जिसके द्वारा दुनिया भर के कंप्यूटर को आपस में जोड़ा जाता हैं। ये कंप्यूटर आपस में एक दूसरे से वायर्ड या वायरलेस तरीके से जुड़े होते हैं और डेटा का आदान-प्रदान करते हैं।

सीधे शब्दों में कहें तो इंटरनेट एक वैश्विक नेटवर्क है जिसके माध्यम से दुनिया भर के कंप्यूटर और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरण आपस में जुड़े रहते हैं और आसानी से डेटा ट्रांसफर करते हैं। इंटरनेट दुनिया का सबसे बड़ा नेटवर्क है। इंटरनेट पर डिवाइस आपस में तांबे के तारों, फाइबर ऑप्टिकल केबल या वायरलेस कनेक्शन के माध्यम से एक दूसरे से जुड़े होते हैं। इंटरनेट सूचना प्रौद्योगिकी की सबसे आधुनिक प्रणाली है।

इंटरनेट का हिंदी में मतलब अंतरजाल होता है, कई लोग इसे संक्षेप में नेट भी कहते हैं। इंटरनेट विश्व स्तर पर लोगों और कंप्यूटरों को एक साथ आपस में जोड़ता है।

इंटरनेट की परिभाषा क्या है? (Definition Of Internet In Hindi)

इंटरनेट एक वाइड एरिया नेटवर्क (WAN) है जिसके माध्यम से विश्वभर के कंप्यूटर और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण एक दूसरे से आपस में जुड़कर डेटा का आदान-प्रदान करते हैं।

इंटरनेट का मतलब हिंदी में (Internet Meaning in Hindi)

इंटरनेट एक अंग्रेजी शब्द इंटरनेटवर्क्ड से लिया गया है। इंटरनेट को हिंदी में अंतरजाल कहते हैं। सामान्य भाषा में इंटरनेट को हिन्दी में महाजाल भी कहते हैं।

इंटरनेट का फुल फॉर्म क्या है? (Internet Full Form in Hindi)

इंटरनेट का फुल फॉर्म इंटर कनेक्टेड नेटवर्क है।

इंटरनेट की हिस्ट्री (History Of Internet In Hindi)

इंटरनेट के इतिहास की बात करें तो 1969 में ARPANET नाम का एक नेटवर्क स्थापित किया गया था। जिसे चार यूनिवर्सिटी कंप्यूटरों को जोड़कर बनाया गया था। इसे अमेरिकी सेना के लिए बनाया गया था क्योंकि शीत युद्ध के दौरान अमेरिकी सेना बेहतर संचार सेवा चाहती थी। यहीं से इंटरनेट की शुरुआत हुई।

1972 तक, ARPANET में 37 कंप्यूटर जोड़े जा चुके थे और अगले वर्ष इसका विस्तार इंग्लैंड और नॉर्वे में हो गया। प्रारंभ में, गोपनीय जानकारी भेजने के लिए इंटरनेट का उपयोग किया जाता था।

धीरे-धीरे जब ARPANET को आम लोग इस्तेमाल करने लगे तो इसका नाम टेलनेट रख दिया गया। 1982 में नेटवर्क के लिए सामान्य नियम बनाए गए, इन नियमों को प्रोटोकॉल कहा गया। 1990 में ARPANET को हमेशा के लिए समाप्त कर दिया गया और इस नेटवर्क का नाम इंटरनेट रखा गया।

6 अगस्त 1991 को इंटरनेट पर पहली वेबसाइट बनाई गई, जिसमें वर्ल्ड वाइड प्रोजेक्ट के बारे में जानकारी थी। इस वेबसाइट को टिम बर्नर्स-ली ने बनाया था। इस वेबसाइट का URL Http://Info.Cern.Ch/Hypertext/WWW/TheProject.Html है। जो आज भी लाइव है।

यहीं से इंटरनेट की शुरुआत हुई और धीरे-धीरे यह पूरी दुनिया में फैल गया। आज इंटरनेट लोगों की जरूरत बन गया है।

भारत में इंटरनेट का इतिहास (History Of Internet In India In Hindi)

भारत में सबसे पहले इंटरनेट का इस्तेमाल 15 अगस्त 1995 को हुआ था। उस समय की सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनी वीएसएनएल (विदेश संचार निगम लिमिटेड) ने भारत में इंटरनेट की सुविधा मुहैया कराई थी।

यहीं से भारत में इंटरनेट की शुरुआत हुई और 1996 में रेडिफमेल नाम की एक ईमेल वेबसाइट शुरू हुई। 2000 में भारत में टेक्नोलॉजी एक्ट लागू हुआ और इसी साल याहू इंडिया और एमएसएन इंडिया की भी शुरुआत हुई। आज भारत इंटरनेट उपयोग के मामले में दुनिया का दूसरा देश बन गया है।

इंटरनेट का मालिक कौन है? (Internet Ka Malik Kaun Hai)

अक्सर कई लोग इंटरनेट पर सर्च करते हैं कि इंटरनेट का मालिक कौन है। हर चीज का कोई न कोई मालिक होता है, लेकिन इंटरनेट के मामले में यह बात सच नहीं है क्योंकि इंटरनेट का मालिक कोई नहीं है। किसी भी देश, कंपनी या सरकार का इंटरनेट पर पूर्ण अधिकार नहीं है। पूरी दुनिया में इंटरनेट पर मुख्य रूप से 5 डेटाबेस हैं, जहां हर तरह का डेटा स्टोर किया रहता है।

इंटरनेट का आविष्कारक किसे कहा जाता है?

इंटरनेट की खोज करना किसी एक व्यक्ति के लिए संभव नहीं था। हजारों वैज्ञानिकों और इंजीनियरों ने मिलकर इस नेटवर्क को स्थापित किया। 1967 में शीत युद्ध के दौरान ARPANET (एडवांस रिसर्च प्रोजेक्ट एजेंसी नेटवर्क) नाम से इंटरनेट की शुरुआत हुई थी। जिसमें अमेरिका की चार यूनिवर्सिटी के कंप्यूटरों को आपस में जोड़ा गया था।

इंटरनेट के असली आविष्कारक बॉब कान और विंट सेर्फ़ ही हैं जिन्होंने उन फ्रेमवर्क का आविष्कार किया था। जिनका आज भी इस्तेमाल किया जा रहा है। उन्होंने इंटरनेट के लिए नियम निर्धारित किए और उन्हें टीसीपी (ट्रांसमिशन कंट्रोल प्रोटोकॉल) नाम दिया गया। बाद में उन्होंने आईपी (इंटरनेट प्रोटोकॉल) नामक एक और प्रोटोकॉल जोड़ा।

आज हम जिस इंटरनेट का इस्तेमाल करते हैं उसमें अभी तक TCP/IP प्रोटोकॉल का इस्तेमाल किया जाता है।

कैसे बनाया जाता है इंटरनेट?

इंटरनेट को बनाने के लिए सबसे पहले डेटाबेस सर्वर को इनस्टॉल किया जाता है और उसके बाद इन सर्वर को आईपी और टीसीपी तकनीक के माध्यम से फाइबर केबल की मदद से आपस में जोड़ा जाता है।

इसके बाद इन केबल की मदद से दुनिया के अन्य बड़े सर्वर को जोड़ा जाता है और इस तरह इंटरनेट नेटवर्क तैयार हो जाता है। दुनिया भर के देशों की बड़ी – बड़ी कंपनियां समुद्र में ऑप्टिकल केबल बिछाती हैं। इंडिया में टाटा कम्युनिकेशन ने समुद्र में ऑप्टिकल केबल बिछाई हुई है।

अब वे डेटाबेस एक राउटर के माध्यम से वायर्ड या वायरलेस तरीके से कंप्यूटर से जुड़े होते हैं। जिससे आप बड़ी ही आसानी से इंटरनेट चला सकते हैं।

इंटरनेट कैसे काम करता है? (How Does Internet Work In Hindi)

जैसा कि हमने लेख में जाना कि इंटरनेट में बहुत सारे कंप्यूटर और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण एक दूसरे से आपस में जुड़े रहतेहैं। हमें इंटरनेट चलाने के लिए इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर्स से कनेक्शन लेना पड़ता है।

चूंकि इंटरनेट सेवा प्रदाता इंटरनेट से जुड़े हुए हैं, वे हमें इंटरनेट से जुड़ने का एक तरीका प्रदान करते हैं, और जब हमें यह कनेक्शन मिल जाता है तो हम अपने कंप्यूटर या मोबाइल में इंटरनेट चला सकते हैं। हम अपने कंप्यूटर में वायर्ड या वायरलेस तरीके से इंटरनेट का उपयोग कर सकते हैं।

इंटरनेट के प्रकार क्या है? (Types Of Internet In Hindi)

इंटरनेट एक सार्वजनिक नेटवर्क है जिसका उपयोग कोई भी कर सकता है। लेकिन इंटरनेट भी दो प्रकार के होते हैं। तो चलिए अब जानते हैं इंटरनेट के प्रकारों के बारे में –

  1. इंट्रानेट
  2. एक्स्ट्रानेट

इंट्रानेट

इंट्रानेट भी एक प्रकार का इंटरनेट नेटवर्क है। लेकिन यह नेटवर्क निजी है। अधिकांश कंपनियों द्वारा अपने कंप्यूटरों को सुरक्षित रूप से जोड़ने के लिए इंट्रानेट का उपयोग किया जाता है। बिना यूजरनेम और पासवर्ड के इसका इस्तेमाल नहीं किया जा सकता है।

इंट्रानेट भी एक प्रकार का नेटवर्क है जिसे कोई भी बाहरी व्यक्ति उपयोग नहीं कर सकता है। इंट्रानेट का उपयोग डेटा को सुरक्षित तरीके से स्थानांतरित करने के लिए किया जाता है।

एक्स्ट्रानेट

एक्स्ट्रानेट भी एक प्रकार का निजी नेटवर्क है जो सार्वजनिक इंटरनेट की सहायता से एक शाखा से दूसरी शाखा से जुड़ा रहत है। उपयोगकर्ता को एक्स्ट्रानेट का उपयोग करने के लिए उपयोगकर्ता नाम और पासवर्ड की भी आवश्यकता होती है। सार्वजनिक इंटरनेट से इंट्रानेट में जाने की प्रक्रिया को एक्स्ट्रानेट कहा जाता है।

इंटरनेट के उपयोग क्या है? (Uses Of Internet In Hindi)

आज दुनिया का ज्यादातर काम इंटरनेट के जरिए होता है इसलिए लगभग सभी कंपनियां, स्कूल, कॉलेज आदि इंटरनेट का इस्तेमाल करते हैं। इंटरनेट के बिना जीवन अब मुश्किल लगने लगा है। आइए जानते हैं कि इंटरनेट का इस्तेमाल कहां-कहां होता है। इंटरनेट के कुछ प्रमुख उपयोग इस प्रकार हैं –

संचार में इंटरनेट का प्रयोग

संचार का अर्थ है पाठ, ऑडियो, वीडियो आदि के प्रारूप में एक स्थान से दूसरे स्थान तक सूचना पहुँचाना। इंटरनेट के आगमन के साथ, संचार बहुत आसान हो गया है। कई सोशल मीडिया ऐप्स के जरिए आप दूसरे देश में बैठे व्यक्ति तक भी अपनी बात पहुंचा सकते हैं। वीडियो कॉल कर सकते हैं, टेक्स्ट, वॉयस मैसेज भेज सकते हैं। यह सब करना इंटरनेट के जरिए ही संभव हो पाया है। इंटरनेट ने संचार को इतना आसान बना दिया है कि आप दूर रहने वाले अपने परिवार के सदस्यों से ऐसे बात कर सकते हैं जैसे कि वे आपके सामने हों।

शिक्षा में इंटरनेट का प्रयोग

शिक्षा के क्षेत्र में भी इंटरनेट का बहुत अच्छा उपयोग किया जाता है। ऑनलाइन शिक्षा के माध्यम से छात्र घर बैठे किसी भी विषय के बारे में सीख सकते हैं। इंटरनेट पर आपको हर विषय के कई वीडियो क्लास, ट्यूटोरियल मिल जाएंगे, जिनके जरिए आप घर बैठे अपनी शिक्षा प्राप्त कर सकते हैं।

लॉकडाउन में इंटरनेट ने शिक्षा में महत्वपूर्ण योगदान दिया है, बच्चे जूम ऐप जैसे एप्लिकेशन के माध्यम से घर बैठे अपनी शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। इसके साथ ही इंटरनेट पर कई एजुकेशन प्लेटफॉर्म मौजूद हैं, जिनके जरिए छात्र घर बैठे नए-नए कौशल सीख सकते हैं और अपना भविष्य उज्जवल बना सकते हैं।

अनुसंधान में इंटरनेट का प्रयोग

किसी भी विषय पर शोध करने के लिए शोधकर्ता को बहुत सी पुस्तकों का अध्ययन करना पड़ता है जिससे वह उन विषयों के बारे में गहराई से जान सके। लेकिन यह सब करने में कई महीने और साल लग जाते हैं क्योंकि बहुत सारी जानकारी जुटानी पड़ती है।

लेकिन इंटरनेट के आ जाने से यह काम कुछ ही घंटों में हो जाता है। क्योंकि अनुसंधानकर्ता जिस भी विषय के बारे में जानकारी चाहता है वह इंटरनेट पर पहले से ही उपलब्ध होती है। शोधकर्ता इंटरनेट पर खोज कर किसी विषय के बारे में बहुत सारी जानकारी एकत्र कर सकता है। इंटरनेट के माध्यम से शोधकर्ता कम समय में अधिक जानकारी प्राप्त कर सकता है।

ऑनलाइन बुकिंग में इंटरनेट का प्रयोग

एक समय था जब ट्रेन, हवाई जहाज का टिकट आदि बुक करने के लिए लंबी-लंबी कतारों में खड़ा होना पड़ता था। लेकिन इंटरनेट के आगमन के साथ ये कतारें खत्म हो गईं। आप ट्रेन, बस, हवाई जहाज आदि के टिकट ऑनलाइन बुक कर सकते हैं। इनके अलावा आप अपने दैनिक जीवन में इस्तेमाल होने वाली चीजों जैसे गैस को भी ऑनलाइन बुक कर सकते हैं। इंटरनेट के आगमन के साथ, लोगों को लंबी कतारों से छुटकारा मिल गया।

बैंकिंग में इंटरनेट का प्रयोग

मौजूदा समय में बैंकिंग में भी इंटरनेट का बखूबी इस्तेमाल होता है। एक तरफ जहां पहले किसी भी तरह के लेन-देन के लिए बैंक जाना पड़ता था, वहीं इंटरनेट के बढ़ते इस्तेमाल से आप घर बैठे ऑनलाइन पैसे का लेन-देन चुटकियों में कर सकते हैं।

बिल में इंटरनेट का प्रयोग

इंटरनेट के माध्यम से आप अपने गैस, बिजली, पानी के बिल आदि का भुगतान ऑनलाइन कर सकते हैं। आप बाहर घूमने जाते हैं तो आपको ज्यादा कैश की जरूरत नहीं होती है। आप ऑनलाइन भुगतान के माध्यम से अपने खर्चों का भुगतान कर सकते हैं।

नौकरी में इंटरनेट का प्रयोग

अपनी योग्यता के अनुसार नौकरी पाने के लिए इंटरनेट का उपयोग किया जाता है। इंटरनेट के जरिए आप पता लगा सकते हैं कि किस कंपनी में किस पद के लिए वैकेंसी है, इंटरव्यू का समय क्या है, नौकरी किस तरह की है। आजकल बहुत से लोगों को इंटरनेट के माध्यम से ही नौकरी मिल जाती है।

व्यावसायिक बैठकों में इंटरनेट का प्रयोग

इंटरनेट के माध्यम से व्यावसायिक बैठकें भी आयोजित की जाती हैं। और आजकल बिजनेस स्टाफ ऑनलाइन मीटिंग को अधिक प्राथमिकता देते हैं।

नए दोस्त बनाने में इंटरनेट का प्रयोग

अकेलेपन को दूर करने के लिए लोग नए दोस्त बनाने के लिए इंटरनेट का सहारा लेते हैं। सोशल मीडिया के जरिए लोग नए लोगों से जुड़ते हैं, उनसे बातें करते हैं और दोस्त करते हैं, ताकि उन्हें अकेलापन महसूस न हो।

मनोरंजन में इंटरनेट का प्रयोग

लोग इंटरनेट का इस्तेमाल मनोरंजन के लिए भी करते हैं। खाली समय में लोग इंटरनेट पर फिल्में, फनी वीडियो आदि देखकर अपना मनोरंजन करते हैं। जो लोग गेम खेलना पसंद करते हैं वे गेम खेलकर अपना मनोरंजन करते हैं।

खरीदारी में इंटरनेट का प्रयोग

लोग इंटरनेट के जरिए ऑनलाइन शॉपिंग करते हैं, जिससे समय की भी बचत होती है। पहले खरीदारी करने के लिए बाजार जाना पड़ता था और लगभग पूरा दिन खरीदारी में बीत जाता था। लेकिन इंटरनेट के आगमन के साथ खरीदारी करना बहुत आसान हो गया है।

फाइल अपलोड या डाउनलोड करने में इंटरनेट का प्रयोग

इंटरनेट का उपयोग किसी फाइल को डाउनलोड करने के लिए किया जाता है। दुनिया के लगभग सभी सर्वर इंटरनेट के माध्यम से जुड़े हुए हैं, इसलिए किसी भी प्रकार की फाइल इंटरनेट पर आसानी से उपलब्ध हो जाती है। इंटरनेट का उपयोग फाइल अपलोड करने के लिए भी किया जाता है।

दुनिया से जुड़े रहने के लिए

दुनिया के किस कोने में क्या चल रहा है, ये इंटरनेट के जरिए आसानी से पता चल जाता है। देश-विदेश की खबरों से अपडेट रहने के लिए भी लोग इंटरनेट का इस्तेमाल करते हैं।

ऑनलाइन पैसे कमाने के लिए

इंटरनेट का उपयोग लोग ऑनलाइन पैसे कमाने के लिए करते हैं, ब्लॉग्गिंग, एफिलिएट मार्केटिंग, यूट्यूब, फ्रीलांसिंग आदि ऐसे माध्यम हैं जिनके द्वारा लोग इंटरनेट की मदद से लाखों रुपए ऑनलाइन कमा रहे हैं।

इंटरनेट सेवाओं का परिचय (Introduction To Internet Services In Hindi)

इंटरनेट की बहुत सारी सेवाएं हैं जिनमें से कुछ का जिक्र हमने नीचे किया है –

फाइल ट्रांसफर प्रोटोकॉल (FTP) – FTP का उपयोग एक कंप्यूटर नेटवर्क से दूसरे नेटवर्क में फाइल ट्रांसफर करने के लिए किया जाता है।

आर्ची – आर्ची का उपयोग एफटीपी में संग्रहित फाइलों को खोजने के लिए किया जाता है।

इलेक्ट्रॉनिक मेल – सूचना या संदेश ईमेल के माध्यम से भेजे या प्राप्त किए जाते हैं।

वर्ल्ड वाइड वेब – Www के माध्यम से, उपयोगकर्ता दुनिया में कहीं भी अपनी सेवाओं या संगठन से संबंधित जानकारी भेज सकता है।

यूज़नेट – यूज़नेट के माध्यम से प्रयोगकर्ता विभिन्न समूहों से अपने लिए आवश्यक सूचनाएँ एकत्रित कर सकता है।

टेलनेट – उपयोगकर्ता टेलनेट के माध्यम से अपना डेटा ट्रांसफर कर सकता है। इसे इस्तेमाल करने के लिए यूजरनेम और पासवर्ड की जरूरत होती है।

इंटरनेट की विशेषताएं (Features Of Internet In Hindi)

  • यह एक ऐसी तकनीक है जो पूरी दुनिया के कंप्यूटर और मोबाइल को एक दूसरे से जोड़ती है।
  • इंटरनेट वर्ल्ड वाइड वेब का एक हिस्सा है जो HTML डॉक्यूमेंट को सपोर्ट करता है और इसे वेब ब्राउजर की मदद से एक्सेस किया जाता है।
  • इंटरनेट का इस्तेमाल ज्यादातर कंपनियां और लोग ईमेल करने के लिए करते हैं। जिससे दुनिया में किसी को भी मैसेज भेजा या प्राप्त किया जा सकता है।
  • टेलनेट इंटरनेट में एक ऐसी सेवा है जो अन्य कंप्यूटरों की सामग्री को एक्सेस करने की अनुमति देते हैं।
  • फाइल ट्रांसफर प्रोटोकॉल का इस्तेमाल इंटरनेट में फाइलों को दूसरे कंप्यूटर में कॉपी करने के लिए किया जाता है।
  • इंटरनेट रिले चैट एक ऐसी सेवा है जिसके माध्यम से आप रीयल टाइम में दूसरों के साथ संवाद कर सकते हैं।
  • केवल इंटरनेट के माध्यम से वीडियो कॉल और चैटिंग जैसी सुविधाओं का उपयोग करने में सक्षम हैं।
  • इंटरनेट की स्पीड बहुत तेज है।
  • आज केवल इंटरनेट के माध्यम से ही हम IOT जैसी तकनीक का उपयोग कर पा रहे हैं।
  • आज हम इंटरनेट के माध्यम से किसी भी प्रकार का वित्तीय लेनदेन आसानी से कर सकते हैं।
  • इंटरनेट के माध्यम से किसी को भी ट्रैक करना और उसका पता लगाना आसान हो गया है। जिससे अवैध गतिविधि करने वालों को आसानी से पकड़ा जा सकता है।

इंटरनेट के फायदे (Benefits Of Internet In Hindi)

इंटरनेट के कई फायदे हैं-

  • इंटरनेट की सहायता से आप ऑनलाइन जानकारी या सूचना प्राप्त कर सकते हैं।
  • इंटरनेट की मदद से आप कम समय में ज्यादा चीजें सीख सकते हैं।
  • इंटरनेट के जरिए आप मैसेजिंग एप के जरिए आसानी से वीडियो, फाइल, ऑडियो आदि भेज सकते हैं।
  • इंटरनेट ऑनलाइन सर्विस का सबसे बड़ा फायदा है, इंटरनेट के जरिए आप ऑनलाइन बुकिंग, रिचार्ज, बिल पेमेंट, शॉपिंग जैसे कई काम कर सकते हैं।
  • आप इंटरनेट के माध्यम से ऑनलाइन शिक्षा भी प्राप्त कर सकते हैं।
  • वीडियो कॉलिंग के जरिए आप दूर बैठे अपने परिवार के सदस्यों से ऐसे बात कर सकते हैं जैसे वे आपके सामने हों।
  • जीवन में मनोरंजन का भी बहुत महत्व है। इंटरनेट पर मनोरंजन के लिए बहुत सी चीजें उपलब्ध हैं।
  • आप इंटरनेट से किसी भी सरकारी योजना की पूरी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
  • दुनिया से अपडेट रहने के लिए इंटरनेट बहुत जरूरी है।
  • आप इंटरनेट से अपने पसंदीदा गाने, वीडियो डाउनलोड कर सकते हैं। मूवी डाउनलोड कर सकते हैं।
  • इंटरनेट के जरिए आप घर बैठे नई फिल्म देख सकते हैं, आपको सिनेमा हॉल जाने की जरूरत नहीं है।
  • आप इंटरनेट के माध्यम से ऑनलाइन पैसा कमा सकते हैं।
  • इंटरनेट के माध्यम से हम अपने शब्दों, विचारों, प्रतिभाओं या अनुभवों को दुनिया के कोने-कोने में पहुंचा सकते हैं।

इन सबके अलावा इंटरनेट के और भी कई फायदे हैं जिन्होंने इंसान की जिंदगी को बेहद आसान बना दिया है। अगर हम इंटरनेट के फायदों की बात करें तो इसे कुछ शब्दों में लिख पाना नामुमकिन है। इंटरनेट आज हर व्यक्ति की जरूरत बन गया है।

इंटरनेट नुकसान (Disadvantage Of Internet In Hindi)

  • इंटरनेट के जहाँ एक ओर असंख्य लाभ हैं, वहीं दूसरी ओर इसके कुछ नुकसान भी हैं जैसे –
  • इंटरनेट में सुरक्षा जोखिम है, हैकर्स आसानी से आपका डेटा चुरा सकते हैं और इसका दुरुपयोग कर सकते हैं।
  • इंटरनेट में धोखाधड़ी का भी खतरा है। कई लोग बहकावे में आकर अपने बैंक अकाउंट की जानकारी हैकर को दे देते हैं, जो उनके साथ फ्रॉड हो जाता है।
  • जहां एक तरफ इंटरनेट पर सही जानकारी दी जाती है वहीं दूसरी तरफ इंटरनेट पर गलत खबरें भी बहुत तेजी से फैलती हैं। जिससे लोगों के मन में कई तरह के भ्रम पैदा हो जाते हैं।
  • कंप्यूटर वायरस इंटरनेट के जरिए किसी भी कंप्यूटर में पहुंच जाते हैं, जिससे कंप्यूटर पर बुरा असर पड़ता है।
  • इंटरनेट के अनावश्यक उपयोग से समय की बर्बादी होती है। क्‍योंकि इंटरनेट चलाते वक्त समय का पता ही नहीं चलता है।
  • इंटरनेट का उपयोग करने के लिए आपको भुगतान करना होगा।
  • इंटरनेट पर अश्लीलता फैलाने वाली कई वेबसाइट्स हैं, जिनका बच्चों के दिमाग पर बुरा असर पड़ता है।
  • इंटरनेट का इस्तेमाल हमेशा सही तरीके से करना चाहिए नहीं तो यह आपके लिए हानिकारक साबित हो सकता है।

इंटरनेट शब्दावली (internet Terminology In Hindi)

इंटरनेट में उपयोग होने वाले कुछ महत्वपूर्ण शब्द इस प्रकार हैं, जिनके बारे में आपको जानना आवश्यक है –

ब्राउज़र

वेब ब्राउजर एक ऐसा माध्यम है जिसके माध्यम से एक उपयोगकर्ता इंटरनेट का उपयोग कर सकता है।

सर्च इंजन

सर्च इंजन उपयोगकर्ता को वर्ल्ड वाइड वेब पर जानकारी खोजने में मदद करता है। इंटरनेट पर किसी भी जानकारी को खोजने के लिए सर्च इंजन का उपयोग किया जाता है।

डोमेन नाम

डोमेन इंटरनेट पर उपलब्ध वेबसाइट का नाम है। इंटरनेट पर मौजूद सभी वेबसाइटों का एक अलग नाम होता है, इसे डोमेन नेम कहते हैं।

यूआरएल

यूआरएलइंटरनेट पर किसी वेबसाइट का वेब एड्रेस होता है।

सर्वर

डेटा को सर्वर में स्टोर किया जाता है। इंटरनेट पर मौजूद सभी डेटा किसी ने किसी सर्वर में संग्रहित होता है।

FAQs

इंटरनेट क्या होता है?
इंटरनेट एक ऐसा नेटवर्क है जिसमें विश्वभर के कंप्यूटर आपस में जुड़कर डेटा का आदान-प्रदान करते हैं।

इंटरनेट का पूरा नाम क्या है?
इंटरनेट का पूरा नाम इंटर कनेक्टेड नेटवर्क है।

इंटरनेट कितने होते हैं?
इंटरनेट दो प्रकार के होते है – इंट्रानेट और एक्स्ट्रानेट।

इंटरनेट को हिंदी में क्या कहा जाता हैं?
इंटरनेट को हिंदी में अंतरजाल कहा जाता हैं।

इंटरनेट का पूरा नाम क्या है?
इंटरनेट का पूरा नाम इंटरकनेक्टेड नेटवर्क (Interconnected Network) है।

इंटरनेट का आविष्कारक किसे कहा जाता है?
बॉब कान और विंट सेर्फ़ को इंटरनेट का आविष्कारक कहा जाता है।

इंटरनेट का पहला नाम क्या था ?
इंटरनेट का पहला नाम ARPANET (अरपानेट) था।

इंटरनेट की शुरुआत भारत मेंकब हुई थी?
भारत में इंटरनेट की शुरुआत 15 अगस्त 1995 को हुई थी। वीएसएनएल टेलीकॉम कंपनी ने इंटरनेट की सुविधा प्रदान की थी।

सबसे पहली वेबसाइट इंटरनेट पर कौन सी थी?
इंटरनेट पर बनी पहली वेबसाइट का यूआरएल http://Info.Cern.Ch/Hypertext/WWW/TheProject.Html है। जिसे टिम बर्नर्स ली ने 6 अगस्त 1991 को बनाया था।

इंटरनेट कहाँ से पहुँचता है?
इंटरनेट समुद्र के तलहटी में बीछे ऑप्टिकल फाइबर केबल के माध्यम से आता है। डेटा सर्वर इन केबलों से जुड़े रहते हैं।

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लेख के बारे

इस लेख इंटरनेट क्या है (Internet Kya Hai In Hindi) को पूरा पढ़ने के बाद आप इंटरनेट के बारे में अच्छे से समझ गए होंगे। अगर आप इंटरनेट का सही इस्तेमाल करते हैं तो यह आपका भविष्य बना सकता है अन्यथा इंटरनेट आपके लिए सिर्फ समय की बर्बादी है।

हम आशा करते हैं कि आपको इंटरनेट क्या है (Internet Kya Hai In Hindi) यह लेख पसंद आया होगा, कृपया इस लेख को अपने दोस्तों के साथ सोशल मीडिया पर भी शेयर करें।

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