ओसीआर क्या है? और कैसे काम करता है – OCR Kya Hota Hai

What Is OCR In Hindi: आज कंप्यूटर पर काम करने के लिए नई-नई तकनीक का इस्तेमाल किया जाता है जिससे हमारा काम आसान हो जाता है और समय की भी बचत होती है।

अगर हमें कभी किताबों, हस्तलिखित टेक्स्ट या अखबारों में लिखे टेक्स्ट को बदलना पड़े तो यह काम करने के लिए OCR टेक्नोलॉजी काम आती है।

लेकिन क्या आप जानते हैं कि ओसीआर क्या है, ओसीआर कैसे काम करता है, ओसीआर का पूरा नाम क्या है, ओसीआर के उपयोग तथा ओसीआर के फायदे और नुकसान क्या है।

यदि आप ऊपर दिए गए सभी प्रश्नों के उत्तर जानना चाहते हैं तो इस लेख को अंत तक पढ़ें, इसमें आपको ओसीआर टेक्नोलॉजी के बारे में पूरी जानकारी मिलेगी। तो चलिए शुरू करते हैं और जानते है की ओसीआर क्या होता है (OCR Kya Hota Hai) –

ओसीआर क्या है? (OCR Kya Hai In Hindi)

ओसीआर का पूरा नाम ऑप्टिकल कैरेक्टर रिकग्निशन है जो कंप्यूटर का एक इनपुट डिवाइस है। ओसीआर एक ऐसा सॉफ्टवेयर प्रोग्राम है जिसकी मदद से किसी दस्तावेज (जैसे- अखबार, किताबें, पत्रिकाएं आदि) को स्कैन करके संपादित (एडिट) किया जा सकता है।

समाचार पत्र, पुस्तकें, पत्रिकाएँ आदि हार्ड कॉपी के रूप में होती हैं जिन्हें संपादित नहीं किया जा सकता है। लेकिन ओसीआर तकनीक के जरिए इन फाइलों को ऐसे डेटा में बदला जा सकता है जिसे कंप्यूटर समझ सकता है। ओसीआर के साथ हस्तलिखित, अखबारों, किताबों आदि के प्रिंटआउट को टेक्स्ट में बदल करके संपादित (एडिट) किया जा सकता है।

ओसीआर की शुरुआत 1990 में हुई थी लेकिन तब ओसीआर शब्दों को पहचानने में इतने सक्षम नहीं थे लेकिन धीरे-धीरे इनका विकास होता गया। आधुनिक ओसीआर सॉफ्टवेयर आसानी से शब्दों की सही पहचान करने में सक्षम है।

ओसीआर की परिभाषा (Definition Of OCR In Hindi)

ओसीआर एक सॉफ्टवेयर प्रोग्राम है जिसके द्वारा किसी इमेज को स्कैन करके उसके टेक्स्ट में बदलाव किया जा सकता है।

ओसीआर का फुल फॉर्म क्या है? (OCR Full Form In Hindi)

ओसीआर का फुल फॉर्म ऑप्टिकल कैरेक्टर रिकॉग्निशन (Optical Character Recognition) है।

ओसीआर का मतलब इन हिंदी (Meaning Of OCR In Hindi)

ओसीआर का हिंदी में मतलब ऑप्टिकल करैक्टर पहचान होता है।

ओसीआर डिवाइस कैसे काम करता है? (How Does OCR Work In Hindi)

अब तक आप ओसीआर के बारे में जान ही गए होंगे, अब जानिए ओसीआर कैसे काम करता है जिससे आपको ओसीआर को समझने में आसानी होगी।

जब एक मुद्रित पृष्ठ (प्रिंटेड पेज) को स्कैन किया जाता है, तो यह कंप्यूटर में जेपीजी या टीआईएफ प्रारूप में सहेजा जाता है। इंसान इमेज पर लिखे टेक्स्ट को पढ़ सकता है लेकिन कंप्यूटर इमेज पर लिखे टेक्स्ट को पढ़ने में असमर्थ होता है। कंप्यूटर के लिए आपने जो दस्तावेज़ स्कैन किया है, वह ब्लैक एंड व्हाइट डॉट्स की एक सीरिज है।

ओसीआर सॉफ्टवेयर का उपयोग कंप्यूटर को स्कैन की गई इमेज में लिखे टेक्स्ट को समझाने के लिए किया जाता है। ओसीआर सॉफ्टवेयर इमेजेज में इन डॉट्स की जांच करता है यह देखने के लिए कि यह किस नंबर या टेक्स्ट से मिलता जुलता है।

ओसीआर तकनीक से कंप्यूटर कनवर्ट किए गए दस्तावेज़ को आसानी से पढ़ सकता है और हम इसे एडिट भी कर सकते हैं।

ओसीआर डिवाइस के उपयोग (Uses Of OCR In Hindi)

ओसीआर टूल के बहुत सारे उपयोग हैं जिनमें से इसके कुछ प्रमुख उपयोग इस प्रकार हैं –

  • ओसीआर का सबसे आम उपयोग स्कैन की गई फ़ाइलों को परिवर्तित करना है जिसे उपयोगकर्ता एमएस वर्ड में संपादित कर सकता है।
  • किराने का सामान, मॉल, स्टोर, फिल्में और यहां तक कि टिकट वेंडिंग मशीन में भी ओसीआर होता है।
  • फाइलिंग सिस्टम के साथ-साथ, ओसीआर टूल्स मैनुअल एन्कोडिंग को खत्म करने और मानव डेटा प्रविष्टि त्रुटियों को कम करने में भी मदद करते हैं।
  • ओसीआर का इस्तेमाल दृष्टिहीन लोगों के पढ़ने और ऑफिस में काम करने के लिए भी किया जाता है।
  • ओसीआर की मदद से बिज़नेस कार्ड, पासपोर्ट आदि बनाने में किया जाता है।
  • ओसीआर का उपयोग मेलरूम ऑटोमेशन, इनवॉइस ऑटोमेशन आदि कार्यों में भी किया जाता है।

ओसीआर के फायदे (Advantage Of OCR In Hindi)

ओसीआर टेक्नोलॉजी के निम्नलिखित फायदे हैं –

  • ओसीआर की जानकारी को सटीकता के साथ पढ़ा जा सकता है।
  • ओसीआर की मदद से समय की बचत होती है क्योंकि सिस्टम में सूचना को मैन्युअल रूप से टाइप करने में अधिक समय लगता है।
  • ओसीआर सूचना की प्रोसेसिंग बहुत तेज है, बड़ी मात्रा में टेक्स्ट इनपुट किया जा सकता है।
  • एडवांस ओसीआर टेबल, कॉलम को फिर से बनाया जा सकता है।
  • ओसीआर कन्वर्टर की मदद से किसी एप्लिकेशन के साथ डेटा को पुनः प्राप्त करना आसान है।
  • ओसीआर तकनीक की मदद से दृष्टिहीन लोग पढ़ सकते हैं, ऑफिस में काम कर सकते हैं।

ओसीआर के नुकसान (Disadvantages Of OCR In Hindi)

ओसीआर के फायदों के साथ-साथ कुछ नुकसान भी हैं –

  • ओसीआर केवल टेक्स्ट किये गए प्रिंट को अच्छी तरह से पहचान सकता है, ओसीआर को हस्तलिखित (हाथ से लिखे) टेक्स्ट को पहचानने में कठिनाई होती है।
  • ओसीआर बहुत महंगे हैं।
  • इस प्रक्रिया के दौरान छवि गुणवत्ता घट सकती है।
  • ओसीआर 100% सटीक नहीं होते है, प्रक्रिया के दौरान कुछ गलतियां हो सकती हैं।

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FAQs For OCR In Hindi

ओसीआर का पूरा नाम क्या है?
ओसीआर का पूरा नाम ऑप्टिकल कैरेक्टर रिकग्निशन है।

कंप्यूटर में ओसीआर क्या है?
ओसीआर एक ऐसी तकनीक है जिसका उपयोग डिजिटल इमेज में टेक्स्ट को पहचानने के लिए किया जाता है।

ओसीआर कंप्यूटर कौन सा डिवाइस है?
ओसीआर कंप्यूटर का एक इनपुट डिवाइस है।

ओसीआर का इस्तेमाल कहाँ किया जाता है?
ओसीआर का इस्तेमाल कई कामों में किया जाता है जैसे – बैंकिंग, क्लाउड स्टोरेज, मेलरूम ऑटोमेशन, इनवॉइस ऑटोमेशन, हेल्थ केयर आदि।

ओसीआर सॉफ्टवेयर कौन से हैं?
कुछ ओसीआर सॉफ्टवेयर हैं ऑनलाइनओसीआर, नैनोनेट, लाइटपीडीएफ आदि।

लेख के बारे में –

ओसीआर के बारे में इस पूरी जानकारी को पढ़कर आप समझ गए होंगे कि ओसीआर डिवाइस क्या है (OCR Device Kya Hai) और ओसीआर कैसे काम करता है।

आशा करते हैं कि आपको हमारा यह लेख ओसीआर डिवाइस क्या होता है (OCR Device In Hindi) पसंद आया होगा, इस लेख को अपने दोस्तों के साथ भी शेयर करें।

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