मीराबाई के पिता का नाम क्या था, मीराबाई की माता का नाम क्या था?

मीराबाई के पिता का नाम क्या था और मीराबाई की माता का नाम क्या था – मीराबाई का जन्म कुडकी गांव, मेड़ता (राजस्थान) में 1498 ई. में हुआ था। मीरा का पालन-पोषण उनके दादा-दादी ने किया। उनकी दादी भगवान कृष्ण की परम भक्त थीं जिनकी भगवान में असीम आस्था थी।

दादी की कृष्ण भक्ति देखकर मीरा बहुत प्रभावित हुईं। एक दिन जब दूल्हे के साथ बारात जा रही थी तो दूल्हे को देखकर मीरा अपनी दादी से उसके दूल्हे के बारे में पूछने लगी। तो दादी ने मीराबाई को तुरंत गिरधर श्री गोपाल का नाम बता दिया और उसी दिन से मीराबाई ने गिरधर गोपाल को अपना दूल्हा मान लिया।

मीरा का पूरा बचपन मेड़ता में बीता क्योंकि उनके पिता बाजोली के जागीरदार थे जो मीरा के साथ नहीं रहते थे।

आज के इस लेख में आप जानेंगे की मीराबाई के माता पिता का नाम क्या था (Mira Bai Ke Mata Pita Ka Naam Kya Tha), इसलिए इस लेख के अंत तक बने रहे, तो आइये शुरू करते है और जानते है मीराबाई के माता पिता का नाम (Meera Bai Ke Mata Pita Ka Naam) –

मीराबाई के पिता का नाम क्या था इन हिंदी (Mira Bai Ke Pita Ka Naam Kya Tha)

मीराबाई (Mira Bai) के पिता का नाम रतन सिंह (Ratan Singh Tha) था।

मीराबाई की माता का नाम क्या था (Mira Bai Ki Mata Ka Naam Kya Tha)

मीराबाई की माता का नाम वीरकुमारी (Veer Kumari) था।

मीराबाई के बारे में (Mira Bai Ke Bare Mein)

मीराबाई के माता पिता का नाम – रतन सिंह – वीरकुमारी था। लेकिन मीरा का पालन-पोषण उनके दादा-दादी ने किया था।

मीराबाई का विवाह 1516 ई. में मेवाड़ के महाराणा सांगा के सबसे बड़े पुत्र भोजराज सिंह से हुआ था। भोजराज उस समय मेवाड़ के युवराज थे। विवाह के एक-दो वर्ष बाद 1518 ई. में भोजराज को दिल्ली सल्तनत के विरुद्ध युद्ध में जाना पड़ा। 1521 में महाराणा सांगा और मुगल शासक बाबर के बीच युद्ध हुआ।

इस युद्ध में राणा सांगा की हार हुई, जिसे खानवा के युद्ध के नाम से जाना जाता है। खानवा के युद्ध में राणा सांगा और उनके पुत्र भोजराज की मृत्यु हो गई। पति भोजराज की मृत्यु के बाद मीराबाई अकेली हो गयीं। पति की शहादत के बाद वह भगवान श्री कृष्ण की भक्ति में लीन हो गईं।

मेवाड़ की भूमि छोड़ने के बाद मीराबाई ने खुद को पूरी तरह से कृष्ण की भक्ति में समर्पित कर दिया। इतिहासकारों के अनुसार मीरा अपने जीवन के अंतिम वर्षों में द्वारका में रहीं।

1547 ई. में मीराबाई गुजरात के डाकोर स्थित रणछोड़ मंदिर में चली गईं और वहीं विलीन हो गईं। ऐसा माना जाता है कि मीराबाई की मृत्यु 1547 ई. में रणछोड़दास के मंदिर में ही हुई थी।

आसपास के लोगों के मुताबिक, मीराबाई को मंदिर के अंदर जाते तो देखा गया था लेकिन किसी ने उन्हें वापस बाहर आते नहीं देखा।

FAQs

मीराबाई किसकी बेटी थी?
मीराबाई पिता – रतन सिंह और माता – वीरकुमारी की बेटी थी।

मीराबाई के पिता का नाम क्या है?
मीराबाई (Mira Bai) के पिता का नाम रतन सिंह था।

मीराबाई की माता का नाम क्या है?
मीराबाई की माता का नाम वीरकुमारी था।

लेख के बारे में

आज के इस लेख में हमने आपको मीराबाई के पिता का नाम क्या था और मीराबाई की माता का नाम क्या था के बारे में जानकारी दी है। हमे उम्मीद है आपको यह लेख अच्छा लगा होगा, अगर आपको यह लेख मीराबाई के माता पिता का क्या नाम था (Mirabai Ke Mata Pita Ka Naam Kya Tha) अच्छा लगा है तो इसे अपने दोस्तो के साथ सोशल मीडिया पर भी शेयर करे।

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