हिमाचल प्रदेश का नाम किसने रखा, हिमाचल प्रदेश की स्थापना कब हुई थी?

हिमाचल प्रदेश का नाम किसने रखा – वर्तमान में भारत में कुल 28 राज्य और 8 केंद्र शासित प्रदेश हैं। हालाँकि, आज़ादी से पहले भारत में कुल 565 रियासतें हुआ करती थीं, आज़ादी के बाद 14 राज्य बने और उसके बाद 29 राज्य और अब केवल 28 राज्य रह गए हैं। उन्ही राज्यों में से एक है – हिमाचल प्रदेश।

हिमाचल प्रदेश भारत देश का एक खूबसूरत पहाड़ी राज्य है जो अपनी सुंदरता व प्राकृतिक परिदृश्य के साथ अपनी कला और शिल्प के लिए जाना जाता है जो इसकी समृद्ध संस्कृति को दर्शाता है।

हिमाचल प्रदेश भारत का एक बहुत ही महत्वपूर्ण राज्य है, जो अपनी खूबसूरती, पर्यटन स्थलों और आकर्षक जगहों के लिए जाना जाता है। हिमाचल पर्यटकों के लिए एक विशेष राज्य रहा है, जो अपनी निर्मल झीलों, ऊंचे पहाड़ों व प्राचीन मंदिरों के लिए जाना जाता है। हिमाचल की प्राकृतिक सुंदरता ऊंची घाटियों और पहाड़ियों के साथ यहां आने वाले पर्यटकों को शांति व सुकून प्रदान करती है।

आज के इस लेख में हम आपको हिमाचल प्रदेश का नाम किसने रखा, हिमाचल प्रदेश की स्थापना कब हुई थी आदि के बारे में जानकारी देने वाले है। अगर आप उपरोक्त जानकारी प्राप्त करना चाहते है तो आज के इस लेख को अंत तक अवश्य पढ़े। तो आइये जानते है –

हिमाचल प्रदेश का नाम किसने रखा (Himachal Pradesh Ka Naam Kisne Rakha

हिमाचल प्रदेश का नाम आचार्य दिवाकर दत्त शर्मा ने रखा था। आचार्य दिवाकर दत्त शर्मा संस्कृत के महानतम विद्वानों में से एक थे। संस्कृत में हिमा का अर्थ ‘बर्फ’ होता है। ‘हिमाचल’ शब्द का शाब्दिक अर्थ है ‘हिमालय की गोद में’ होता है।

हिमाचल प्रदेश सिंधु घाटी सभ्यता के काल का है, जो 4,000 साल पूर्व फली-फूली थी। हिमाचल प्रदेश में दो प्रमुख राष्ट्रीय उद्यान भी है। हिमाचल प्रदेश केरल के बाद भारत का दूसरा सबसे कम भ्रष्ट राज्य है।

हिमाचल प्रदेश की स्थापना कब हुई थी / हिमाचल प्रदेश का गठन कब हुआ था?

हिमाचल प्रदेश की स्थापना या गठन – 25 जनवरी, 1971 को हुआ था। 25 जनवरी 1971 को हिमाचल प्रदेश को पूर्ण राज्य का दर्जा मिला था। इसी दिन हिमाचल प्रदेश भारत का 18वा राज्य बना था।

हिमाचल प्रदेश का इतिहास (History Of Himachal Pradesh In Hindi)

हिमाचल प्रदेश अपनी सुंदरता, पर्यटन स्थलों और आकर्षक स्थानों के लिए जाना जाता है। हिमाचल प्रदेश की सीमा पूर्व में उत्तरांचल, उत्तर में जम्मू-कश्मीर, पश्चिम में पंजाब और दक्षिण में उत्तर प्रदेश से लगती है।

हिमाचल प्रदेश में सेब का उत्पादन बहुत होता है जिसके कारण इसे सेब राज्य भी कहा जाता है। हिमाचल प्रदेश का अनुकूल वातावरण, सुरम्य प्राकृतिक दृश्य, रंग-बिरंगी संस्कृति, दर्शनीय स्थल और विभिन्न प्रकार के मेले, त्यौहार व उत्सव बहुत ही खास होते हैं। हिमाचल प्रदेश क्षेत्र को ‘देवभूमि’ के रूप में भी जाना जाता है।

हिमाचल प्रदेश राज्य का क्षेत्रफल 55,673 वर्ग किलोमीटर है, और यह राज्य 37,033 वर्ग किलोमीटर के वन क्षेत्र के साथ भारत के सबसे हरे-भरे राज्यों में से एक है, जो कुल भारतीय भूमि का 66.52% है।

हिमाचल प्रदेश की दो राजधानियां हैं। हिमाचल प्रदेश की ग्रीष्मकालीन राजधानी शिमला है जबकि शीतकालीन राजधानी धर्मशाला है।

हिमाचल शब्द संस्कृत के शब्द “हिमा” और “आँचल” से मिलकर बना है, जिसका अर्थ क्रमशः “बर्फ” और “गोद” है। हिमाचल प्रदेश सात पहाड़ियों के बीच स्थित है, इसीलिए इसे पहाड़ों की रानी कहा जाता है।

हिमाचल प्रदेश का राज्य पशु चिन्ह हिम तेंदुआ, राज्य पक्षी चिन्ह पश्चिमी त्रागोपन, राज्य फूल चिन्ह गुलाबी रोडोडेंड्रोन है।

हिमाचल प्रदेश को देश का फलों का कटोरा भी कहा जाता है और यह जम्मू-कश्मीर के बाद देश में सेब का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक है।

हिमाचल प्रदेश की सबसे ऊँची पर्वत चोटी रेओ पुर्जिल है जो समुद्र तल से 6,816 मीटर की ऊँचाई पर स्थित है।

आपको बता दें कि हिमाचल प्रदेश विभिन्न मंदिरों और धार्मिक स्थानों का घर है। जिसके कारण इसे “देव भूमि या देवी-देवताओं की भूमि” के रूप में भी जाना जाता है।

FAQs

हिमाचल का दूसरा नाम क्या है?
हिमाचल प्रदेश का दूसरा नाम “देव भूमि” है।

हिमाचल प्रदेश का राज्य दिवस कौन सा है?
हिमाचल प्रदेश राज्य दिवस 15 अप्रैल को मनाया जाता है।

हिमाचल प्रदेश की दो राजधानी कौन सी है?
हिमाचल प्रदेश की दो राजधानी शिमला और धर्मशाला है।

लेख के बारे में

आज के इस लेख में हमने आपको हिमाचल प्रदेश का नाम किसने रखा, हिमाचल प्रदेश की स्थापना कब हुई थी आदि के बारे में जानकारी दी है। हमे उम्मीद है आपको यह लेख अच्छा लगा होगा। अगर आपको यह लेख हिमाचल प्रदेश का नाम किसने रखा (Himachal Pradesh Ka Naam Kisne Rakha) अच्छा लगा है तो इसे अपने दोस्तों के साथ भी शेयर करे।

Leave a Comment