केरल में कौन सी भाषा बोली जाती है, जानें (Kerala Mein Kaun Si Bhasha Boli Jati Hai In Hindi)

Keral Mein Kaun Si Bhasha Boli Jati Hai – केरल घूमने के लिहाज से बेहद खूबसूरत राज्य माना जाता है। ।भारत के सबसे खूबसूरत राज्यों में से एक, केरल अपने लोकप्रिय हिल स्टेशनों, शानदार बैकवाटर, नारियल के पेड़ों, विशाल और हरे-भरे चाय बागानों, कला – संस्कृति और बहुत कुछ के साथ पर्यटकों का ध्यान अपनी तरफ आकर्षित करता है। यह दक्षिण भारतीय राज्य अपने समृद्ध इतिहास व संस्कृति के लिए भी पहचाना जाता है।

केरल पर्यटकों को अपने जीवंत त्योहारों, नृत्यों, उत्तम व्यंजनों, आयुर्वेद चिकित्सा, साहित्य और कला और शिल्प का अनुभव करने का अवसर भी प्रदान करता है। केरल राज्य की खूबसूरती और महत्व का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि इसे भगवान का अपना देश कहते है।

आज के इस लेख में हम आपको केरल में कौन सी भाषा बोली जाती है आदि के बारे में जानकारी देने वाले है। तो आइये जानते है –

केरल में कौन सी भाषा बोली जाती है, जानें (Kerala Mein Kaun Si Bhasha Boli Jati Hai In Hindi)

केरल में मलयाळम् भाषा बोली जाती है। इसके अलावा तमिल और अंग्रेजी भाषा भी बोली जाती हैं।

केरल के बारे में इन हिंदी (About Kerala in Hindi)

आपको केरल में नारियल के कई पेड़ दिखेंगे। केरल में नारियल के पेड़ बहुतायत में केरल की भाषा मलयालम में ‘केरा’ शब्द का अर्थ है ‘नारियल का पेड़’ और ‘आलम’ का अर्थ है ‘भूमि’। इस प्रकार केरल राज्य अपने नाम को सार्थक बनाता है। इसे ‘केरलम’ यानी ‘नारियल की भूमि’ के नाम से जाना जाता है।

तिरुवनंतपुरम का पद्मनाभस्वामी मंदिर दुनिया भर में सबसे अमीर मंदिर के रूप में जाना जाता है। इस हिंदू मंदिर के पास अपार संपत्ति है। मंदिर परिसर देखने लायक है और इसलिए यह केरल में सबसे अधिक देखे जाने वाले और पर्यटक आकर्षणों में से एक है।

मानसून की पहली बरसात हमेशा केरल में होती है, जो पूरे देश में मौसम के आगमन का संकेत देती है। जून के पहले सप्ताह में दक्षिण भारत के इस क्षेत्र में बारिश शुरू हो जाती है। इसके अलावा इस दौरान यहां की प्राकृतिक सुंदरता और हरियाली बस देखने लायक होती है।

रबर उत्पादन के मामले में भारत विश्व स्तर पर चौथे स्थान पर है। दिलचस्प बात ये है कि 90 फीसदी उत्पादन केरल से ही होता है. राज्य में लगभग 5.45 हेक्टेयर भूमि पर रबर के पेड़ उगाये जाते हैं।

केरल के लोगों में सोने के आभूषणों के प्रति जबरदस्त रुचि है। केरल राज्य में देश का लगभग 20% सोना खपत होता है। केरल में होने वाली दुल्हनों को सिर से पैर तक सोने से सजी हुई देखा जा सकता है।

केरल भारत का सबसे साक्षर राज्य है। केरल की साक्षरता दर 96 प्रतिशत से अधिक है।

केरल का हर गांव बैंकिंग सेवाओं से जुड़ा है। राज्य के सभी गांवों में बैंकिंग सुविधाएं हैं। लोगों को बैंक संबंधी किसी भी काम के लिए अपने गांव से बाहर जाने की जरूरत नहीं है।

केरल के मलप्पुरम जिले में स्थित कोडिन्ही गांव में ज्यादातर जुड़वां बच्चे पैदा होते हैं। एक आंकड़े के मुताबिक, दुनिया भर में पैदा होने वाले 1000 बच्चों में से 4 जुड़वां होते हैं, लेकिन कोडिन्ही गांव में एक हजार में से 45 बच्चे जुड़वां पैदा होते हैं।

विश्व प्रसिद्ध कथकली नृत्य केरल की ही देन है। केरल का यह शास्त्रीय नृत्य मुख्यतः पुरुषों द्वारा किया जाता है।

केरल में स्थित कोच्चि बंदरगाह को अरब सागर की रानी कहा जाता है। कोच्चि बंदरगाह के जरिए ज्यादातर मसालों का कारोबार यूरोपीय देशों से होता है।

देश की पहली मस्जिद केरल के कोडुंगल्लूर इलाके में बनाई गई थी। 629 ईस्वी में बनी यह मस्जिद देश की पहली और सबसे पुरानी मस्जिद है।

लेख के बारे में

आज के इस लेख में हमने आपको केरल में कौन सी भाषा बोली जाती है (Kerala Mein Kaun Si Bhasha Boli Jati Hai) के बारे में जानकारी दी है। हमे उम्मीद है आपको यह लेख अच्छा लगा होगा। अगर आपको यह लेख केरल में कौन सी भाषा बोली जाती है (Keral Mein Kaun Si Bhasha Boli Jati Hai) अच्छा लगा है तो इसे अपने दोस्तों के साथ भी शेयर करे।

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