चलते-फिरते मंत्र जाप करने वाला मंत्र, कलयुग में कौन से मंत्र का जाप करना चाहिए?

चलते-फिरते मंत्र जाप करने वाला मंत्र – हिंदू सनातन धर्म में मंत्रों का बहुत महत्व बताया गया है। अगर किसी का कोई काम नहीं हो रहा है, तो ऐसी स्थिति में मंत्र जाप से कार्य सिद्ध हो सकता है।

मंत्रों में बहुत शक्ति होती है, ये हमें ऊर्जा देते हैं और ब्रह्मांड की सकारात्मक ऊर्जा को अपनी ओर आकर्षित खींचते है, इसलिए प्रतिदिन मंत्रों का जाप करना चाहिए। लेकिन कुछ मंत्र ऐसे भी हैं, जिनका चलते-फिरते भी जाप किया जा सकता है। वहीं कुछ मंत्र ऐसे भी हैं, जिन्हें बैठकर व्यवस्थित तरीके से करना होता है।

आज के समय में भी कई लोग मंत्रों का जाप करते हैं। कुछ लोग अपनी आस्था के अनुसार मंत्रों का जाप करते हैं और कुछ लोग गुरु मंत्र का जाप करते हैं। कुछ लोग अपने इष्टदेव के मंत्र का जाप करते हैं तो कुछ लोग भगवान शिव के मंत्र का जाप करते हैं। ऐसे में कई लोग मंत्रों का जाप करते रहते हैं।

कई लोग मंत्र जाप करना पसंद करते है, लेकिन समय की कमी के कारण वह मंत्र जाप नहीं कर पाते हैं। ऐसे लोगों के लिए आज हम ऐसे मंत्र लेकर आए हैं, जिनका चलते-फिरते भी जाप किया जा सकता है।

आज के इस लेख में हम आपको चलते-फिरते मंत्र जाप करने वाला मंत्र कौन सा है, कलयुग में कौन से मंत्र का जाप करना चाहिए के बारे में जानकारी देने वाले है, इसलिए इस लेख के अंत तक बने रहे, तो चलिए जानते है –

चलते-फिरते मंत्र जाप करने वाला मंत्र (Chalte Firte Mantra Jap Karne Wala Mantra)

1) ॐ नमः शिवाय मंत्र – “ॐ नमः शिवाय” इस मंत्र को षडाक्षरी मंत्र के नाम से जानते है। यह भगवान शिव का मंत्र माना जाता है। इस मंत्र का जाप आप चलते-फिरते कभी भी कर सकते हैं। इस मंत्र का जाप बैठकर करने से जितना लाभ मिलता है, उतना ही लाभ चलते फिरते जाप करने से मिलता हैं।

ऐसा माना जाता है कि यदि आप इस मंत्र का जाप 21 दिन या 41 दिन तक लगातार सवा लाख बार बैठकर करते हैं, तो आपका पूरा जीवन बदल जाता है। इस मंत्र का जाप करने से आपकी बड़ी से बड़ी समस्या आसानी से हल हो सकती है।

2) गुरु मंत्र – जो गुरु द्वारा दिया गया हो और पहले से ही चेतन हो। इससे ऊर्जा बढ़ती है और इन्हें करने से ध्यान और पूजा का फल कई गुना बढ़ जाता है। यह जप पहले से ही सिद्ध होता है और कुछ दिनों तक करने पर यह प्रभावी हो जाता है।

इस मंत्र का प्रभाव 3 दिन में ही दिखाई देने लगता है। इससे सपने में इष्ट देवता आते हैं, मनोकामनाएं पूरी होती हैं, घटनाओं का पूर्वाभास और सारे काम बनते चले जाते है। यह सब गुरु मंत्र के जाप के प्रभाव से होता है। गुरु मंत्र का चलते-फिरते कभी भी जाप किया जा सकता हैं।

3) अर्द्धचेतन मन्त्र – यह गुरु मन्त्र है जो 11 दिन, 21 दिन, 41 दिन या लगातार डेढ़ माह तक करने से यह जागृत हो जाता है। इस मंत्र के प्रभाव से आपका “आभामंडल” (औरा) इतना अधिक मजबूत हो जाता है कि इससे आपके अंदर किसी भी प्रकार की नकारात्मक ऊर्जा प्रवेश नहीं कर पाती है। चाहे आप गांव की सीमा में हों या किसी भी अन्य स्थान पर। जब ये मंत्र सिद्ध हो जाएं तो आप इनका जाप चलते-फिरते कभी भी कर सकते हैं।

इन मंत्रों का जाप भूल कर भी चलते फिरते न करे जाप

चलते फिरते समय कभी भी गायत्री मंत्र, नवार्ण मंत्र, शाबर मंत्र और तांत्रिक मंत्र का जाप नहीं करना चाहिए। इन मंत्रों को करने के कुछ विशेष नियम होते हैं। इसलिए इन्हें करते समय उन खास नियमों का पालन जरूर करना चाहिए अन्यथा मंत्रों से संबंधित देवता नाराज हो जाते हैं और इसका परिणाम आपको भुगतना पड़ सकता है।

कलयुग में कौन से मंत्र का जाप करना चाहिए (Kalyug Me Kaun Se Mantra Ka Jaap Karna Chahiye)

कलियुग में समय की कमी के कारण सभी पंचाक्षर मंत्र सर्वोत्तम माने गये हैं। जय श्री राम, ॐ नमः शिवाय, जय श्री कृष्ण, जय श्री गणेश, जय माँ लक्ष्मी, जय माँ सरस्वती, जय माँ दुर्गा,…इन मंत्रों का यथासंभव जाप करना चाहिए। इसके अलावा आप अपने इष्टदेव के मंत्र का जाप कर सकते है।

लेख के बारे में

आज के इस लेख में हमने आपको चलते-फिरते मंत्र जाप करने वाला मंत्र, कलयुग में कौन से मंत्र का जाप करना चाहिए के बारे में जानकारी दी है। हमे उम्मीद है आपको यह लेख अच्छा लगा होगा, अगर आपको यह लेख चलते-फिरते मंत्र जाप करने वाला मंत्र कौन सा है (Chalte Firte Mantra Jaap Karne Wala Mantra Kaun Sa Hai) अच्छा लगा है तो इसे अपने दोस्तों के साथ सोशल मीडिया पर भी शेयर करे।

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